Sunday, September 1, 2019


प्रश्न-पांच तत्व में पृथ्वी,जल,वायू और अग्नि ये चारो तत्व तो हम रखते हैं मगर आकाश तत्व हमारे शरीर में कहां है?

उत्तर-हमारा शरीर भी पञ्च तत्वो से ही बना हैं। आकाश तत्व पहला तत्व है तथा सर्वत्र व्याप्त हैं। इस तत्व के अणुओं की सूक्ष्मता इतनी ज्यादा हैं, कि इसकी उपस्थिति का हमें कोई भान नहीं हो पाता हैं। शब्द इस तत्व का एकमात्र गुण है। इसके अलावा इसमें अन्य कोई भी गुण जैसे कि स्पर्श, रूप, रस, व गन्ध नहीं होता हैं।
हमारे शरीर में शब्द की उत्त्पति इस आकाश तत्व के कारण से ही होती हैं। हम जो भी बोलते हैं, वो शब्द, वाणी या ध्वनि इस तत्व की ही देन हैं। 
जब यह आकाश तत्व अन्य तत्वो में मिलता हैं, तो उससे अन्य कई नए गुण हमारे इस शरीर में बनने लगते हैं। आकाश व वायु तत्व के मिश्रण से ‘काम’ उत्पन्न होता हैं। आकाश व तेज तत्व के मिश्रण से ‘क्रोध’, आकाश व जल तत्व से ‘मोह’ व आकाश व पृथ्वी तत्व से ‘भय’ के गुण हमारे अंदर बनते हैं।

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