tag:blogger.com,1999:blog-9095368030071614816.post5065655990929387769..comments2023-09-13T04:27:46.905-07:00Comments on MADANARYAN: मदन शर्माhttp://www.blogger.com/profile/07083187476096407948noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-9095368030071614816.post-30631282317061364112012-04-24T03:52:40.029-07:002012-04-24T03:52:40.029-07:00मदन जी
नमस्कार !
@ कैलाश जी से सहमत हूँ हम जानबूझ...मदन जी<br />नमस्कार !<br />@ कैलाश जी से सहमत हूँ हम जानबूझकर ऐसे बाबाओ के चंगुल में फंसते रहते हैं. बहुत सटीक आलेख....!संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9095368030071614816.post-67298571069979499862012-04-19T02:59:08.044-07:002012-04-19T02:59:08.044-07:00बहुत सटीक आलेख...हमारे अन्धविश्वास का फायदा उठाने ...बहुत सटीक आलेख...हमारे अन्धविश्वास का फायदा उठाने के लिये आज न जाने कितने बाबा लाइन में लगे हुए हैं. और हम जानबूझकर उनके चंगुल में फंसते रहते हैं. अगर हम ईश्वर और अपने कर्मों पर विश्वास रखें तो हमें किसी बिचोलिये बाबा की जरूरत नहीं है.Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9095368030071614816.post-24887873776861562962012-04-16T18:22:59.084-07:002012-04-16T18:22:59.084-07:00रजनी जी आपकी बातों से सहमत हूँ मेरा उद्देश्य सिर्फ...रजनी जी आपकी बातों से सहमत हूँ मेरा उद्देश्य सिर्फ गलत बातों का विरोध करना है ...यदि हम अपने धर्म में व्याप्त गलत बातो का दूर करेंगे तो कौन करेगा ..हम हिन्दू सिर्फ अच्छाई को ही पूजते हैं |हम इस अच्छाई को पूजा के हर स्वरुप में तलाशते हैं | इसके पीछे की कहानियों की परवाह नहीं करते इस प्रकार की पूजाओं की उत्पत्ति कैसे हुई और उनके पीछे क्या षड्यंत्र है , इस बारे में भी नहीं विचारते और अच्छाई ढूंढते रहते हैं| झूठे गुरु के कारनामों से हिन्दू धर्म का कोई वास्ता नहीं है | इसके विपरीत, उसके दुष्कृत्यों के लिए उसे निन्दित किए जाने की वास्तविकता से यह प्रकट होता है कि इस तरह के विकारों का हिन्दू धर्म में कोई स्थान नहीं है |मदन शर्माhttps://www.blogger.com/profile/07083187476096407948noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9095368030071614816.post-1408613397663107432012-04-16T01:55:20.402-07:002012-04-16T01:55:20.402-07:00मदन जी सबकी अपनी अपनी आस्था है , चाहे वो किसी भी र...मदन जी सबकी अपनी अपनी आस्था है , चाहे वो किसी भी रूप में किसी से जुड़ कर परमात्मा को स्मरण करता हो........<br /><br />http://naritusradhahai.blogspot.in/<br /><br />इस ब्लॉग पर नारी से सम्बन्धित उसके विचारों को प्रस्तुत करने की आज़ादी जिसमे नारी की सोंच विचार उसकी खुशियाँ,घुटन और समाज से क्या लिया इन सभी को अपनी रचनाओं यथा कविता ,ग़ज़ल, कहानी, लेखों के जरिये लिख सकती हैं (सकते) हैं नारी मन का विश्लेषण एक नारी अच्छी तरह कर सकती है फिर भी आप जो भी लिखें वो महिला को आहत करनेवाले रचनाएँ ना हों , ना ही भद्दे शब्दों से बंधे जो महिला की छवि को ख़राब करते हों......आपके विचारों की प्रतीक्षा सादर .............रजनी नैय्यर मल्होत्राडॉ रजनी मल्होत्रा नैय्यर (लारा) https://www.blogger.com/profile/00271115616378292676noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9095368030071614816.post-31236055431739756572012-04-15T05:22:05.376-07:002012-04-15T05:22:05.376-07:00सार्थक लेख के लिए आभारसार्थक लेख के लिए आभारSawai Singh Rajpurohithttps://www.blogger.com/profile/12180922653822991202noreply@blogger.com